Sukanya Samriddhi Yojana भारत सरकार द्वारा बेटियों के लिए शुरू की गई एक क्रांतिकारी बचत योजना है, जो उनके उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए तैयार की गई है। Sukanya Samriddhi Yojana यह योजना माता-पिता को अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटी के नाम पर खाता खोलने और नियमित निवेश करने का अवसर देती है, जिसका लाभ उनकी शिक्षा और शादी जैसे महत्वपूर्ण उद्देश्यों के लिए लिया जा सकता है।इस योजना के तहत निवेश पर आकर्षक ब्याज दर और कर लाभ प्रदान किया जाता है, जिससे यह एक सुरक्षित और लाभदायक विकल्प बन जाता है।

सुकन्या समृद्धि योजना के लाभ और विशेषताएं
न्यूनतम निवेश से शुरुआत करें
आप इस योजना में केवल ₹250 से निवेश शुरू कर सकते हैं, जबकि अधिकतम निवेश सीमा प्रति वित्तीय वर्ष ₹1.5 लाख तक है।
लाभकारी ब्याज दर
वर्तमान में, अप्रैल-जून 2024 तिमाही के लिए ब्याज दर 8.2% निर्धारित की गई है। यह दर सरकार द्वारा हर तिमाही में तय की जाती है, जो इस योजना को अन्य निवेश विकल्पों से अलग बनाती है।
टैक्स में राहत
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश पर कर छूट का लाभ मिलता है। इसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत छूट प्राप्त की जा सकती है, और मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि भी टैक्स-फ्री होती है।
निवेश पर संभावित रिटर्न का आकलन
यदि आप इस योजना में हर महीने ₹10,000 जमा करते हैं, तो 15 वर्षों में आपका कुल निवेश ₹18 लाख होगा। 21 वर्ष बाद आपको ब्याज सहित कुल ₹55,42,062 मिलेंगे। इसमें से केवल ब्याज के रूप में ₹37,42,062 की कमाई होगी। इस योजना में निवेश करने से आप अपनी बेटी के भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकते हैं।
कैसे खोलें सुकन्या समृद्धि खाता?
यह खाता पोस्ट ऑफिस या किसी भी सरकारी व निजी बैंक में खोला जा सकता है। इसके लिए आपकी बेटी की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए। खाता खोलने के लिए जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आईडी और पते का प्रमाण पत्र जमा करना होगा।
योजना से जुड़े महत्वपूर्ण नियम
- खाता खोलने की आयु सीमा: बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए।
- मैच्योरिटी अवधि: खाता 21 वर्ष के बाद मैच्योर होता है।
- आंशिक निकासी: बेटी की 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर शिक्षा या शादी के लिए आंशिक निकासी की अनुमति है।