Personal Loan Tips पर्सनल लोन फाइनेंशियल जरूरतों को पूरा करने का एक अच्छा विकल्प है, खासकर जब इमरजेंसी हो। हालांकि, लोन लेते वक्त कुछ चीजों का ध्यान न रखा जाए, तो यह फायदे की बजाय नुकसान पहुंचा सकता है। यहां जानिए पर्सनल लोन लेते वक्त किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए ताकि आप सही फैसला कर सकें।
1. पर्सनल लोन का विकल्प कब चुनें
पर्सनल लोन बिना किसी गारंटी के मिलता है, जिसे आप यात्रा, मेडिकल खर्च, या घर सुधार जैसे कामों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन इसका ब्याज दर ज्यादा होता है, इसलिए इसे तभी चुनें जब वाकई कोई दूसरा विकल्प न हो। बिना वजह लोन लेना आपकी फाइनेंशियल स्थिति पर दबाव डाल सकता है।

2. सिबिल स्कोर से आपकी योग्यता तय होती
आपका सिबिल स्कोर यह तय करता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं। अगर स्कोर अच्छा है, तो ब्याज दर कम होगी और लोन आसानी से मिलेगा। अगर स्कोर खराब है, तो हो सकता है कि आपको लोन के लिए ज्यादा ब्याज चुकाना पड़े। इसलिए, लोन के लिए आवेदन करने से पहले अपना सिबिल स्कोर जरूर चेक करें।
3. ब्याज दरों को समझें, बस जल्दबाजी न करें
लोन लेने से पहले जान लें कि आपको कितना ब्याज चुकाना होगा। अक्सर लोग जल्दबाजी में लोन ले लेते हैं और बाद में ज्यादा ब्याज दर का पता चलने पर पछताते हैं। यह समझना जरूरी है कि अलग-अलग बैंक और फाइनेंशियल कंपनियां अलग ब्याज दरें ऑफर करती हैं। सही दर जानने के बाद ही कोई फैसला करें।
4. ईएमआई आपकी जेब के मुताबिक होनी चाहिए
लोन लेने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आप हर महीने की ईएमआई (EMI) आसानी से चुका पाएंगे। लोन का आवेदन करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का आकलन करें और यह तय करें कि ईएमआई का बोझ ज्यादा न हो। ईएमआई चुकाने में देरी का असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ सकता है।
5. लोन की अवधि से जुड़े फैसले सोच-समझकर लें
लंबे समय के लिए लोन लेने से मासिक ईएमआई कम हो जाती है, लेकिन ब्याज का बोझ बढ़ जाता है। लंबे समय तक लोन चुकाने से आपको कुल मिलाकर ज्यादा रकम चुकानी पड़ती है। कोशिश करें कि लोन की अवधि उतनी ही रखें, जितनी आप आसानी से संभाल सकते हैं।