Ladki Bahin Yojana News : महाराष्ट्र सरकार की “मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना” ने राज्य की महिलाओं को आर्थिक सहायता दी है। इस कार्यक्रम के तहत महिलाओं को प्रति महीने 1,500 रुपये मिलते हैं। चुनाव के दौरान सरकार ने इसे ₹2100 प्रति महीना करने का वादा किया था, लेकिन अब इसे मार्च 2025 तक टाल दिया गया है।
योजना का उद्देश्य और लाभार्थी कौन
इस योजना का मकसद साफ है – राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना, उनके स्वास्थ्य और पोषण में सुधार लाना, और परिवार के भीतर उनकी भूमिका को और मजबूत करना। इसमें 21 से 65 साल की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्ता और निराश्रित महिलाएं शामिल हैं। अगर परिवार में कोई अकेली अविवाहित महिला है, तो वह भी लाभ पाने की हकदार है।

परिवार की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, और महिला का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए। यही नहीं, महिलाओं को अपना आवेदन सही तरीके से जमा करना होता है, जिसमें कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होती है जैसे आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, और बैंक पासबुक।
आवेदन प्रक्रिया – अब थोड़ा बदलाव हुआ
पहले, आवेदन प्रक्रिया काफी लचीली थी। महिलाएं आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायकों, ग्राम सेवकों, सेतु केंद्रों और यहां तक कि नारी शक्ति दूत ऐप का इस्तेमाल करके आवेदन कर सकती थीं। लेकिन सितंबर 2024 से सरकार ने इस प्रक्रिया में बदलाव कर दिया। अब केवल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ही आवेदन भरने का अधिकार दिया गया है।
आवेदन के लिए महिलाएं अपना आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, और बैंक खाता संबंधित जानकारी जमा करती हैं। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि सिर्फ सही महिलाएं लाभ ले पाएं।
अब तक क्या प्रगति हुई
सितंबर 2024 तक सरकार ने 2.5 करोड़ आवेदन हासिल किए थे, जिनमें से 2.4 करोड़ आवेदन मंजूर किए जा चुके हैं। अक्टूबर 2024 तक लाडकी बहीण योजना के पोर्टल पर 1,12,70,261 आवेदन मिले, जिनमें से 1,06,69,139 को मंजूरी दी गई।
लेकिन चुनावी आचार संहिता लागू होने के बाद बहुत से आवेदनों पर काम अधूरा रह गया। सरकार अब इन बचे हुए आवेदनों की समीक्षा जल्द करने का दावा कर रही है।
क्या महिलाओं के लिए है उम्मीद की किरण
हालांकि इस योजना की शुरुआत ने लाखों महिलाओं की ज़िंदगी में कुछ राहत लाई है, लेकिन राशि में वादा की गई बढ़ोतरी के इंतजार ने उन्हें थोड़ी निराशा भी दी है। मार्च 2025 के बाद अगर सरकार अपना वादा निभाती है, तो महिलाओं को इससे और ज्यादा फायदा होगा।